HMPV Virus का तेजी से फैलना वास्तव में चिंताजनक है। लोगों के मन में कई तरह से सवाल खड़े हो रहे हैं। चीन में तो इस वायरस का संक्रमण कहर बनकर बरस रहा है। अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है। 6 दिसंबर को भारत में भी इस वायरस का पहला मामला सामने आया था। अभी तक भारत में उस Virus के इंफेक्शन के आठ मामले सामने आये हैं। ये भारतीय लोगों के लिए चिंता बढ़ाने वाला है। HMPV Virus क्या है और इसका संक्रमण किस उम्र के लोगों में सबसे ज्यादा होता है। आइये जानते हैं–
HMPV Virus
एचएमपीवी वायरस यानि Human Metapneumovirus, इसकी इन्फेक्शन के बाद Respiratory Disease (सांस से संबंधित बिमारियाँ) होती हैं। इतना ही नहीं अगर इंफेक्शन ज्यादा होता है तो ये लक्षण निमोनिया या ब्रोंकाइटिस में भी बदल जाते हैं। एचएमपीवी वायरस सबसे ज्यादा चीन में फैला हुआ है। ये देखते हुए भारत सरकार भी सतर्कता बरत रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से वायरस की समीक्षा की गई और उसके बाद राज्यों के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि हर राज्य इन्फ्लूएंजा और रेस्पिरेट्री डिजीज पर निगरानी बढ़ाएं।
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इन लोगों को इन्फेक्शन का ज्यादा है खतरा
HMPV Virus ने चीन में तबाही मचा रखी है। भारत में जो मामले सामने आए हैं उनमें से पहला मामला 8 माह के बच्चे में देखा गया। उसके बाद दूसरा मामला 3 महीने के बच्चे में दिखा। हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो पूरी दुनिया की आंकड़ों के अनुसार इस वायरस का खतरा सबसे ज्यादा नवजात शिशुओं में है। भारत मे इसके सबसे ज्यादा मामले 4 से 6 महीने के बच्चों के दिखे। ज्यादातर मामले 1 साल से कम उम्र के बच्चों में देखने को मिल रहे हैं।
वयस्कों मे भी हो रहा है इंफेक्शन
भारत मे दो केस ऐसे भी आए हैं जब इसका इन्फेक्शन 7 वर्ष और 13 वर्ष के बच्चों में भी हुआ है। चीन के उत्तर की बात करें तो वहां पर वयस्कों में भी इसका इन्फेक्शन हुआ है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार HMPV Virus वीक इम्यून सिस्टम पर सबसे पहले अटैक करता है।
HMPV Virus Symptoms in Hindi
HMPV Virus का इंफेक्शन होने पर सामान्य वायरल जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं इसलिए बहुत जरूरी है कि बच्चों के जुकाम और बुखार को नजर अंदाज न किया जाए और तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट किया जाए। अगर बच्चों के सांस लेने में घरघराहट सुनाई दे रही है तो हो सकता है आपके बच्चे को HMPV Virus का इंफेक्शन हुआ है। इसके अलावा इसके लक्षणों में शामिल है-
- नाक बंद होना।
- नाक का बहना या कंजेशन होना।
- खाँसी आना।
- सांस लेने में घबराहट सुनाई देना।
- जुकाम और बुखार एक साथ होना।
- चेहरे के साथ-साथ शरीर का लाल होना।
क्या कहते है हेल्थ एक्सपर्ट्स?
इंटरनल मेडिसिन एंड इनफेक्शियस डिजीज के कंसल्टेंट डॉक्टर अंकित बंसल के अनुसार अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि HMPV Virus म्युटेंट है या नहीं। इस वायरस को लेकर ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है। इतना ही नहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से की गई समीक्षा बैठक में भी ये स्पष्ट किया गया है कि ये कोई नया वायरस नहीं है। कई सालों से भारत के साथ-साथ दूसरे देशों में इसके मामले सामने आ रहे हैं। HMPV Virus से संबंधित कोई घातक स्थितियां अभी तक सामने नही आई हैं। HMPV Virus Cases in India की बात करें तो आंकड़ों के अनुसार भारत में आठ लोगों में इस वायरस का इन्फेक्शन पाया गया है।
बचाव ही है असरकारी उपाय
HMPV Virus के लिए अभी तक कोई भी एंटीवायरस या एंटीबायोटिक नहीं आई है। अभी तक इसकी वैक्सीन भी नहीं बनी है इसलिए जितना हो सकता है बचाव करें। आपके घर मे अगर छोटा बच्चा है तो विशेष सावधानी बरते।
- घर से बाहर जाएं तो मास्क लगाए।
- Crowded इलाके में बच्चों को ले जाने से बचे।
- बाहर से आने के बाद हाथ साबुन से धोएं।
- बच्चों की बिस्तर को एक निश्चित समय अंतराल की बात साफ करते रहें।
- बच्चों को छूने से पहले हाथों को धोना ना भूले। साबुन ना हो तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।