Mahakumbh 2025 -Google new trend and some facts

Mahakumbh 2025 का स्वागत पूरी दुनिया में बड़ी गर्मजोशी के साथ किया जा रहा है। हजारों मीलों दूर रहने वाले लोग भी महाकुंभ आ रहे हैं और विशाल त्यौहार के गवाह बन रहे हैं। हर बार 12 साल में एक बार महाकुंभ का ये पावन त्यौहार मनाया जाता है। पूरी दुनिया में इस त्यौहार का क्रेज़ काफी ज्यादा है। आज के समय इसका क्रेज़ इतना बढ़ गया है कि विदेशों से भी लोग महाकुंभ की आस्था में डुबकी लगाने आ रहे हैं।  प्रमुख टेक कंपनी गूगल (Google) भी महाकुंभ के स्वागत(Welcome Mahakumbh) में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। 

Mahakumbh 2025 का वेलकम हुआ गुलाब के फूलों से 

अगर आप गूगल पर महाकुंभ सर्च करेंगे तो आपके स्क्रीन पर गुलाब की पंखुड़ियां की बौछार होने लगेगी। ये देखना आपके लिए किसी खूबसूरत एहसास से कम नहीं होगा। हिंदी या इंग्लिश किसी भी भाषा में महाकुंभ सर्च करने पर यह एनीमेशन दिखाई देता है। फोन या लैपटॉप दोनों पर फीचर एक्टिवेट है। महाकुंभ सर्च करने पर आपकी पूरी स्क्रीन गुलाबी और सुंदर गुलाब के फूलों की पंखुड़ियां से भर जाएगी। 

Google पर Mahakumbh 2025 कैसे Search करें?

अगर आप ज्यादा Teach Friendly नहीं है तो आप नीचे दिए गए Easy Steps को फॉलो करके ये एनीमेशन देख सकते हैं। 

  • सबसे पहले आप अपने Mobile या Laptop के App Google पर Click करें। 
  • उसके बाद आप इस पर हिंदी या इंग्लिश किसी हिंदी भाषा में महाकुंभ लिखें। 
  • जैसे ही आप यह लिखेंगे चंद्र मिनट बाद आपकी स्क्रीन पर गुलाब की पंखुड़ियां की बरसात होगी। 
  • अब आप अपने स्क्रीन के नीचे की तरफ तीन ऑप्शन देख सकेंगे। 
  • अगर आप पहले ऑप्शन पर क्लिक करके है तो आप गुलाब की पंखुड़ियों की बरसात को रोक सकते हैं। 
  • मिडिल ऑप्शन पर क्लिक करने से और भी ज्यादा मात्रा में गुलाब के पंखुड़ियों की बरसात होगी। 
  • थर्ड ऑप्शन पर अगर क्लिक करते हैं तो इस स्क्रीन को आप अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं। 

Mahakumbh 2025 से जुड़े कुछ Facts

  • हर 12 साल बाद प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य आयोजन किया जाता है। 
  • 13 जनवरी 2025 से शुरू होने वाला ये महापर्व 26 जनवरी 2025 को समाप्त हो जाएगा। 
  • महाकुंभ के आयोजन का क्षेत्रफल लगभग 4000 एकड़ है।
  • भगवान राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला महाकुंभ है इसलिए इसका विशेष महत्व है। 
  • उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से महाकुंभ मेला परिक्षेत्र को राज्य का 73th जिला भी घोषित कर दिया गया है। 
  • ज्योतिषियों का कहना है कि पूरे 144 सालो के बाद गृहों के दुर्लभ संयोग की वजह से इस बार का महाकुंभ काफी शुभ माना जा रहा है। दरअसल इस बार बृहस्पति शनि चंद्रमा और सूर्य ग्रहण की स्थिति काफी शुभ है। यह स्थिति उस समय भी थी जब समुद्र मंथन हुआ था। 
  • प्रशासन की तरफ से इस वर्ष महाकुंभ के लिए कुल 41 घाट बनाये गए हैं। 10 घाट पक्की और 31 घाट कच्चे यानी अस्थाई। 
  • संगम के घाट पर स्नान करना काफी शुभ माना जाता है क्योंकि यहां आपको गंगा, यमुना और सरस्वती तीनों के संगम के दर्शन होते हैं। हालांकि सरस्वती अदृश्य रहती हैं इसलिए ये घाट त्रिवेणी घाट के नाम से भी जाना जाता है। 

Makar Sankranti 2025 को होगा पहला शाही स्नान

मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर महाकुंभ 2025 का पहला शाही स्नान होने जा रहा है। मान्यता है कि इस दिन अगर आप संगम में डुबकी लगाते हैं तो आपके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इस शाही स्नान में लगभग 7 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम की पवित्र नदी में डुबकी लगा सकते हैं। 

Mahakumbh 2025: आपात स्थिति से निपटने के लिए कस ली कमर

स्नान के दौरान अगर कोई आपात स्थिति आती है तो सरकार की तरफ से उचित व्यवस्था की गई है। यहां घाटों पर 300 से ज्यादा गोताखोर तैनात है। वहीं कई वाटर एंबुलेंस भी  श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैनात की गई है। फिर भी हम आपसे कहना चाहेंगे कि स्नान के दौरान उचित सावधानी बरते। बहुत ही अंदर जाने की कोशिश ना करें। जितना हो सके घाटों पर किनारे की तरफ ही गंगा स्नान करें। 

 

Shailja Mishra is a writer, blogger & a content curator by profession. In addition, Shailja also worked as a translator. She thinks that writing is a way to express your thoughts; it is the best way...